उत्तर प्रदेश की राजनीति ने नई करवट ले ली है। 37 वर्ष पुराना मिथक तोड़कर भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश की सत्ता में वापसी की है। लगातार दो चुनाव जीतकर इतिहास रचने वाली भारतीय जनता पार्टी अब मुख्यमंत्री के रूप में योगी आदित्यनाथ को ही दोबारा मौका भी दे रही है।
योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश भाजपा सरकार का दूसरा शपथ ग्रहण समारोह 25 मार्च को होगा। सूबे की राजधानी लखनऊ के अटल बिहारी वाजपेयी इकाना अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में 25 मार्च को शाम चार बजे से भव्य समारोह आयोजित किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित देश के कई वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में योगी आदित्यनाथ एक बार फिर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इस शपथ ग्रहण समारोह में वाराणसी से सांसद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अलावा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह, लखनऊ से सांसद रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद रहेंगे। अयोध्या, काशी व मथुरा के संतों को भी आमंत्रित किया जा रहा है।
योगी आदित्यनाथ सरकार के इस शपथ ग्रहण समारोह में बसपा सुप्रीमो मायावती, सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा समेत विपक्षी दलों के नेताओं को भी आमंत्रित किया जाएगा। इतना ही नहीरं केन्द्र व प्रदेश सरकार की योजनाओं के वह सभी लाभार्थी भी शपथ ग्रहण समारोह का हिस्सा बनेंगे, जिनके जीवनस्तर में पिछली सरकार ने आमूलचूल बदलाव किया था।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के परिणाम आने के बाद दो बार दिल्ली का दौरा कर चुके हैं। उनकी यहां मंत्रिमंडल के स्वरूप को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह से विस्तृत चर्चा हो चुकी है।
योगी आदित्यनाथ ने 19 मार्च, 2017 को पहली बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण की थी। तब शपथ ग्रहण समारोह आशियाना स्थित कांशीराम स्मृति उपवन में हुआ था। उससे पहले 2012 में सपा की सरकार बनने पर शपथ ग्रहण समारोह लामार्टीनियर ग्राउंड में हुआ था। अब पहली बार इतने विशाल स्तर पर शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया जा रहा है।
स्टेडियम में शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां जोरशोर से शुरू हो चुकी हैं और पुलिस प्रशासन स्टेडियम के भीतर व बाहर दोहरे सुरक्षा घेरे का मजबूत खाका खींचने में जुटा है। अभेद्य सुरक्षा-व्यवस्था के साथ वीआइपी रूट से लेकर अन्य मार्गों पर यातायात प्रबंधों को लेकर कसरत शुरू हो गई है। स्टेडियम में 75 हजार से अधिक लोगों की मौजूदगी रहेगी, जिसके लिए आने-जाने के अलग-अलग कई मार्गों से लेकर सघन चेङ्क्षकग की कार्ययोजना बनाई गई है। स्टेडियम के आसपास भी पीएसी व केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल तैनात रहेगा। खासकर फैजाबाद रोड, शहीद पथ व रायबरेली रोड से स्टेडियम की ओर आने-जाने वाले सभी मार्गों का रूट चार्ट तैयार कर उससे आने वाले यातायात को देखा जा रहा है। जिसके अनुरूप बेहतर यातायात प्रबंधन की योजना बनाई जा सके। अमौसी एयरपोर्ट से स्टेडियम तक एक वीआइपी रूट भी तैयार किया जायेगा। कई आइपीएस अधिकारियों को अलग-अलग सुरक्षा प्रबंधों की जिम्मेदारी सौंपे जाने की भी तैयारी है, जिससे किसी स्तर पर कहीं कोई चूक न हो। एडीजी कानून-व्यवस्था का कहना है कि सुरक्षा व यातायात प्रबंधों को लेकर लखनऊ कमिश्नरेट के अधिकारी कार्ययोजना बना रहे हैं। जिसका परीक्षण कर उन्हें आवश्यकता के अनुरूप अतिरिक्त पुलिस बल भी उपलब्ध कराया जायेगा। खुफिया तंत्र को भी पूरी सतर्कता बरतने के निर्देश दिये गये हैं। वहीं जल्द ही एसपीजी के अधिकारी इकाना स्टेडियम का निरीक्षण कर सुरक्षा प्रबंधों को परखेंगे। जिसके बाद ही उन्हें अंतिम रूप दिया जायेगा।
मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने इकाना स्टेडियम पहुंचकर वहां चल रही तैयारियां का निरीक्षण किया और व्यवस्थाओं को लेकर कई निर्देश भी दिये। मुख्य सचिव के साथ अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव, सूचना नवनीत सहगल, एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार, लखनऊ के पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर व डीएम अभिषेक प्रकाश समेत एलडीए, नगर निगम व अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। अधिकारियों ने सुरक्षा समेत अन्य व्यवस्थाओं को लेकर विमर्श किया। दिन भर अधिकारियों का आना-जाना लगा रहा। स्टेडियम के बीच मेंं विशाल मंच बन रहा है, जिसके आसपास कड़ा सुरक्षा घेरा होगा। मंच के सामने अतिविशिष्ट महानुभावों के लिए सोफे व कुर्सियां भी रहेंगी। स्टेडियम की दर्शक दीर्घा में अतिथियों, कार्यकर्ताओं व अन्य लोगों के बैठने का बंदोबस्त किया जा रहा है।