म्यूनिख के वार्षिक सुरक्षा सम्मेलन में, युद्ध की वास्तविक संभावना को स्वीकार करते हुए, अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने अमेरिकी सहयोगियों से कहा कि यूक्रेन-रूसी सीमा पर तेजी से बढ़ते तनाव का मतलब है, यूरोपीय सुरक्षा का सीधे तौर पर खतरे में होना. उन्होंने यह भी कहा कि अगर क्रेमलिन अपने पड़ोसी देश पर आक्रमण करते हैं तो आर्थिक दंड के लिए एकमत समर्थन होना चाहिए.
हैरिस ने वाशिंगटन लौटने से पहले कहा, ‘हम यूरोप में युद्ध की संभावना के बारे में बात कर रहे हैं. मेरा मतलब है कि हमें जिस बारे में बात कर रहे हैं उसकी अहमियत को समझने की ज़रूरत है.’
उन्होंने कहा कि द्वितीय विश्व युद्ध के खत्म होने बाद से यूरोप अपने सबसे कठिन दौर में हो सकता है. उन्होंने कहा, ’70 साल से अधिक हो गए हैं, और उन 70 सालों के दौरान शांति और सुरक्षा रही है. हम यूरोप में युद्ध की वास्तविक संभावना के बारे में बात कर रहे हैं.’
कमला हैरिस ने यह भी कहा कि आक्रमण और उसके बाद रूस पर लगने वाले प्रतिबंधों की कीमत अमेरिकियों को भी चुकानी पड़ेगी.
इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर ज़ेलेंस्की ने इस मामले पर शांतिपूर्ण समाधान की बात कही है. उन्होंने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात के लिए, एक जगह चुनने के लिए कहा, जहां दोनों नेता मिल सकें, ताकि संकट को हल करने का प्रयास किया जा सके. ज़ेलेंस्की ने शनिवार को सुरक्षा सम्मेलन में कहा था, ‘यूक्रेन, मौजूदा संकट के शांतिपूर्ण समाधान के लिए राजनयिक बातचीत करना जारी रखेगा.’ हालांकि क्रेमलिन की ओर से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
यूक्रेन में, रूस समर्थित विद्रोहियों के कब्जे वाले इलाकों और उसके आसपास गोलाबारी बढ़ गई है. हजारों महिलाओं और बच्चों को इलाकों से बाहर निकाला गया है. साथ ही, पुतिन ने परमाणु-सक्षम मिसाइलों के परीक्षणों का निरीक्षण किया. पुतिन ने सीमा पर 150,000 से अधिक रूसी सेनाएं तैनात की हुई हैं.