पाकिस्तान की सेना ने करीब 30 घंटे तक छिपाने के बाद आखिरकार मान लिया है कि बलूच विद्रोहियों ने एक चेकपोस्ट पर भीषण हमला करके उसके कम से कम 10 सैनिकों को मार गिराया है। पाकिस्तानी सेना ने एक बयान जारी करके बताया कि यह हमला ईरान सीमा पर बलूचिस्तान के केच जिले में हुआ। उसने कहा कि विद्रोहियों के हमले की चपेट में 10 सैनिक आ गए और उनकी मौत हो गई। इस जोरदार हमले में कई पाकिस्तानी सैनिक घायल भी हुए हैं।
पाकिस्तानी सेना ने बताया कि यह खूनी हमला मंगलवार और बुधवार की रात को हुआ। उसने दावा किया कि 3 बलूच विद्रोहियों को पकड़ा भी गया है। इस घटना में शामिल आतंकियों को पकड़ने के लिए धर-पकड़ अभियान को तेज कर दिया गया है। पाकिस्तानी सेना ने कहा कि विद्रोहियों को किसी भी कीमत पर देश की धरती पर से खात्मा किया जाएगा। पाकिस्तानी सेना अक्सर बलूच नौजवानों को उनके घरों से उठा ले जाती है और उन्हें प्रताड़ित करती है।
पाकिस्तानी सेना ने इतने बड़े नुकसान को छिपाने का प्रयास किया
इससे बलूच जनता काफी नाराज है। यही नहीं बलूचिस्तान में पाकिस्तान की इमरान खान सरकार चीन की मदद से कई ऐसे प्रॉजेक्ट चला रही है जिसका स्थानीय लोग जोरदार विरोध कर रहे हैं। इमरान खान सरकार उनकी आवाज को सुन नहीं रही है। कुछ महीने पहले बलूच कार्यकर्ता करीमा बलूच की हत्या कर दी गई थी। इस हत्या को लेकर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी पर आरोप लगे थे। इसी अंसतोष की वजह से अक्सर बलूचिस्तान में हिंसक हमले होते रहते हैं। पिछले महीने ही बलूच विद्रोहियों ने दो पाकिस्तानी सैनिकों को केच जिले में ही मार दिया था।
गत वर्ष नवंबर महीने में भी दो पाकिस्तानी सैनिक मारे गए थे। पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा बार-बार यह दावा करते हैं कि आतंकियों का खात्मा किया जाएगा लेकिन हर बार विद्रोही भीषण हमले करके अपनी ताकत दिखाते रहते हैं। ताजा हमले पर जनरल बाजवा ने कहा है कि जवानों की शहादत बेकार नहीं जाएगी और विद्रोहियों का खात्मा करेंगे। माना जा रहा है कि पाकिस्तानी सेना ने इतने बड़े नुकसान को छिपाने का भरसक प्रयास किया लेकिन मीडिया में तस्वीरें लीक हो जाने के बाद उसे 10 मौतों को स्वीकार करना पड़ा है।