महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक (Nawab Malik) से मुंबई स्थित प्रवर्थन निदेशालय (ED) के दफ्तर में पूछताछ जारी है. ईडी ने मलिक को अंडरवर्ल्ड से कथित संबंधों वाली एक प्रॉपर्टी से जुड़े मामले में पूछताछ के लिए तलब किया था. बीते साल नवंबर में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने आरोप लगाए थे कि मलिक ने अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से जमीनें खरीदी हैं. साथ ही उन्होंने दावा किया था की प्रॉपर्टी मुंबई धमाके में शामिल रहे आरोपियों की हैं.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, ईडी की टीम बुधवार सुबह मलिक के आवास पर पहुंची थी और बाद में उन्हें अपने साथ ही दफ्तर ले गई. एजेंसी के अनुसार, इस दौरान राकंपा नेता के बेटे आमिर मलिक भी साथ में थे.
हाल ही में ईडी ने मुंबई में अंडरवर्ल्ड से जुड़े लोगों के ठिकानों पर भी तलाशी की थी. भाषा के अनुसार, महाराष्ट्र की राजधानी में लगभग 10 स्थानों पर तलाशी ली गई थी. यह कार्रवाई धन शोधन निवारण कानून (पीएमएलए) के अंतर्गत की जा रही थी. सूत्रों ने बताया था कि एक नेता से जुड़े कुछ परिसरों पर भी छापा मारा गया था. उन्होंने कहा कि ईडी को प्राप्त कुछ खुफिया जानकारी और राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) द्वारा दर्ज प्राथमिकी के आधार पर यह कार्रवाई की जा रही थी.
अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की अवैध प्रॉपर्टी, उसके भाई इब्राहिम कासकर जिसे कुछ दिनों गिरफ्तार किया गया था ,उसके सहित कई अन्य संदिग्ध आरोपियों से जुड़े कनेक्शन और कुछ ऐसे विवादित प्रॉपर्टी के बारे में पूछताछ की जा रही है, जिसे नवाब मालिक द्वारा खरीदने का आरोप है. सूत्रों का ये भी कहना है कि इब्राहिम कासकर की गिरफ्तारी के बाद जब उससे पूछताछ की गई है, तब उसने कई ऐसे राज ईडी के सामने खोले हैं जो बेहद गंभीर हैं. लिहाजा उसी मामले की गंभीरता को जांचने और खंगालने के लिए मालिक को पूछताछ के लिए नोटिस दिया गया था.
बुधवार सुबह करीब सात बजे ईडी के अधिकारी भी मुंबई स्थित दफ्तर में पहुंचकर पूछताछ की प्रक्रिया में जुट गए. ईडी के सूत्रों के मुताबिक पिछले कुछ समय पहले ईडी द्वारा मुंबई ,पुणे सहित कई लोकेशन पर छापेमारी की गई थी. उसी दौरान ईडी के तफ़्तीश करने वाली टीम को कई महत्वपूर्ण दस्तावेज, अवैध प्रॉपर्टी से जुड़े दस्तावेज, संदिग्ध बैंकिंग लेनदेन से जुड़े दस्तावेज प्राप्त हुए. लिहाजा इसी मामले की गंभीरता को देखते हुए पूछताछ के लिए बुधवार को तत्काल प्रभाव से बुलाया गया और उन तमाम मसलों पर विस्तार से पूछताछ की जा रही है.
करीब चार बजे सुबह ही नवाब मालिक के आवास के आसपास पहुंची थी ईडी की टीम!
नवाब मलिक के जानकारों का कहना है कि ईडी के अधिकारी सुबह करीब चार बजे ही मालिक के घर के बाहर पहुंच गए थे. अब सवाल है कि आखिर इसकी वजह क्या थी? इस आरोप को ईडी के सूत्र अधिकारी साफ तौर पर खारिज कर रहे हैं. दरअसल, मालिक मुंबई के एक चर्चित नेता हैं, अक्सर मीडिया में चर्चा में बने रहते हैं, इसलिए उनकी पूछताछ की खबर से भीड़ इकट्ठा न हो जाए इसलिए ही उन्हें सुबह सुबह पूछताछ के लिए बुलाया गया.
देवेंद्र फडणवीस ने भी लगाए थे आरोप
फडणवीस ने आरोप लगाए थे कि मलिक ने 1993 बम धमाकों के आरोपी सरदार शाहवली खान और मोहम्मद सलीम इशाक पटेल के साथ संपत्ति से जुड़ा सौदा किया था. पटेल, इब्राहिम की बहन हसीना पारकर के लिए काम करता था. मुंबई में आयोजित एक प्रेस वार्ता में पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा था, ‘कुर्ला में एलबीएस मार्ग पर 2.80 एकड़ की प्रॉपर्टी को सॉलिडस इन्वेस्टमेंट प्राइवेट लिमिटेड की तरफ से महज 30 लाख रुपये में खरीदा गया. इस सौदे में हस्ताक्षर करने वाले फराज मलिक थे, जो नवाब मलिक के बेटे हैं.’
कंपनी में मलिक उच्च पद पर तैनात थे, लेकिन 2019 में मंत्री पद संभालने से पहले उन्होंने इस्तीफा दे दिया था. मलिक की पत्नी महजबीन नवाब मलिक और बेटा आमिर मलिक कंपनी के निदेशक थे. हालांकि, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के मंत्री ने इन आरोपों का खंडन किया था.
फडणवीस के अनुसार, प्रॉपर्टी डील और रजिस्ट्रेशन के बाद मलिक ने सरदार शाहवली अली खान को 15 लाख रुपये और मोहम्मद सलीम पटेल को 5 लाख रुपये का भुगतान किया था. उन्होंने कहा था कि डील 30 लाख रुपये की थी, लेकिन कुल लेनदेन केवल 20 लाख रुपये का हुआ था. भारतीय जनता पार्टी नेता ने आरोप लगाए थे कि जिस संपत्ति की कीमत 8500 रुपये प्रति स्क्वायर मीटर है, उसे मलिक ने केवल 25 रुपये प्रति स्क्वायर मीटर की दर पर खरीदा था.