समाजवादी पार्टी के गढ़ कहे जाने वाले आजमगढ़ (Azamgarh) और रामपुर (Rampur) को उपचुनाव में ढहाने के बाद अब भाजपा इसे अपना अभेद्य दुर्ग बनाने की तैयारी कर रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दोनों ही जिलों को शीर्ष प्राथमिकता में रखते हुए यहां चल रहीं विकास परियोजनाओं की शासन स्तर से समीक्षा के निर्देश दिए हैं. इन जिलों पर अब मुख्यमंत्री कार्यालय की सीधी नजर होगी. दरअसल, मंगलवार को सरकार के पहले 100 दिन के कार्यों की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा उपचुनाव में भाजपा की अभूतपूर्व जीत की चर्चा करते हुए स्थानीय जनता के प्रति आभार जताया.
उन्होंने कहा कि रामपुर और आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव में स्थानीय जनता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों में अभूतपूर्व विश्वास जताया है. हमें इस विश्वास और उनके भरोसे पर खरा उतरना होगा. सभी विभाग इन दोनों जनपदों से सम्बंधित विकास परियोजनाओं की समीक्षा कर लें, कोई भी प्रस्ताव लंबित न रहे. मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा भी इन क्षेत्रों में संचालित, लंबित विकास परियोजनाओं की समीक्षा की जाएगी.
शास्त्रीय संगीत में आजमगढ़ के हरिहरपुर घराना की समृद्ध विरासत का जिक्र करते सीएम ने कहा कि हरिहरपुर घराना 600 वर्ष से अधिक पुराना घराना है. ऐसे में संगीत जगत के लब्ध प्रतिष्ठ लोगों से परामर्श कर उनकी मंशानुरूप कला-संगीत साधकों के हित में यहां के लिए आवश्यक प्रस्ताव तैयार किया जाए. इसी तरह बिलासपुर (रामपुर) चीनी मिल का सुदृढ़ीकरण का कार्य यथाशीघ्र किया जाए.
सपा के गढ़ में भाजपा ने लहराया परचम
आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा उपचुनाव के नतीजों ने उत्तर प्रदेश की सियासत में बड़े बदलाव की ओर इशारा कर दिया है. उत्तर प्रदेश की रामपुर संसदीय सीट पर हुए उपचुनाव में बीजेपी उम्मीदवार घनश्याम लोधी ने 42,000 से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल की. इन्होंने समाजवादी पार्टी के असीम राजा को हराया। जबकि आजमगढ़ में बीजेपी उम्मीदवार भोजपुरी फिल्म अभिनेता दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ ने सपा उम्मीदवार धर्मेंद्र यादव को हरा दिया. निरहुआ ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी समाजवादी पार्टी (सपा) के धर्मेंद्र यादव को 8679 मतों से हराया.