पवित्र नगरी अयोध्या में आज राम मंदिर की भव्य प्राण प्रतिष्ठा होनी है। इसी ऐतिहासिक दिन नवनिर्मित राम मंदिर में रामलला विराजमान होंगे। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद रहेंगे। इसके अलावा सियासत से लेकर खेल और अध्यात्म से जुड़ी तमाम हस्तियों को भी कार्यक्रम में आने का निमंत्रण मिला है। हालांकि, विपक्ष के कई नेताओं ने न्योते को अस्वीकार भी कर दिया है, जिसे लेकर काफी सियासत भी हुई।
आध्यात्मिक दुनिया से इन्हें मिला है न्योता
राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने एक बयान में कहा कि भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा में लगभग 8000 मेहमानों को आमंत्रित किया गया है। आध्यात्मिक दुनिया से देखें तो काशी विश्वनाथ, वैष्णो देवी जैसे प्रमुख मंदिरों के प्रमुखों और अन्य धार्मिक संस्थानों के प्रतिनिधियों को भी न्योता भेजा गया।
इस समारोह में शामिल होने के लिए योग गुरु बाबा रामदेव, तिब्बती आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा, केरल की माता अमृतानंदमयी को आमंत्रित किया गया। ट्रस्ट ने 125 संत परंपरा के चार हजार धर्मगुरुओं को एक श्रेणी में रखा है। इनमें चारों पीठों ज्योर्तिमठ, गोवर्धन, शारदा व श्रंगेरी के शंकराचार्यों के साथ संन्यासी और वैरागियों के 13 अखाड़ों के प्रतिनिधि और महामंडलेश्वर शामिल हैं। सिख, जैन व बौद्ध धर्म के प्रमुख संत भी इसमें शामिल हैं।
इसके अलावा स्वामी नारायण परंपरा, आर्ट आफ लिविंग और गायत्री परिवार के सदस्यों को सूचीबद्ध किया गया है। तिरुपति, वैष्णो देवी व काशी विश्वनाथ मंदिर समेत देश के सभी प्रसिद्ध मठ-मंदिरों के 200 ट्रस्टी भी समारोह के साक्षी बनेंगे। अयोध्या के स्थानीय 350 संत अलग से शामिल किए गए हैं। इसके अलावा विश्व हिंदू परिषद के लगभग 100 सदस्यों और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के 25 पदाधिकारियों को भी निमंत्रण भेजा गया ।
बॉलीवुड से इन स्टार्स को मिला निमंत्रण
दूरदर्शन के प्रसिद्ध रामायण सीरियल में भगवान राम की भूमिका निभाने वाले अरुण गोविल और माता सीता बनने वाली दीपिका चिखलिया को निमंत्रण भेजा गया। अन्य बॉलीवुड चेहरों की बात करें तो सूची में अमिताभ बच्चन, रजनीकांत, हेमा मालिनी, माधुरी दीक्षित, कंगना रनौत, आशा भोसले, अरुण गोविल, दीपिका चिखालिया, नितीश भारद्वाज, मधुर भंडारकर और प्रसून जोशी भी शामिल हैं। आलिया भट्ट और रणबीर कपूर भी राम मंदिर के उद्घाटन समारोह के लिए बॉलीवुड से आमंत्रित लोगों की सूची में हैं।
उद्योगपतियों और क्रिकेटरों में इन्हें मिला न्योता
- जाने-माने उद्योगपति मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी को आमंत्रित किया गया है। इनके अलावा गौतम अदाणी और रतन टाटा, टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन और लार्सन एंड टुब्रो के अध्यक्ष एसएन सुब्रमण्यन को भी न्योता भेजा गया है।
- खेल जगत से सुनील गावस्कर, कपिल देव, सचिन तेंदुलकर, महेंद्र सिंह धोनी, विराट कोहली, धनुर्धर दीपिका कुमारी, गोपीचंद भी निमंत्रण भेजा जा गया।
- राम मंदिर आंदोलन में अपनी जान गंवाने वाले कारसेवकों के परिवारों को भी आमंत्रित किया जाएगा। ट्रस्ट के अनुसार, वैज्ञानिकों, न्यायाधीशों, लेखकों और कवियों को भी निमंत्रण भेजा जा रहा है।
- चित्रकार वासुदेव कामत, इसरो के निदेशक नीलेश देसाई और कई अन्य प्रतिष्ठित हस्तियों को भी आमंत्रित किया गया।
- ट्रस्ट ने कहा है कि उसकी 50 से अधिक देशों से प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया।
- कला क्षेत्र से अनूप जलोटा, अनुराधा पौडवाल, कैलाश खेर, मैथिली ठाकुर, कन्हैया मित्तल, स्वाति मिश्रा आदि आगंतुकों की सूची में हैं।
- न्यायिक क्षेत्र से सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ समेत सुप्रीम कोर्ट के समेत उन पांच जजों को आमंत्रित किया गया है जिन्होंने 2019 में राम जन्मभूमि विवाद पर सर्वसम्मति से फैसला सुनाया था।
राजनीतिक हस्तियों में इन्हें मिला न्योता
राम मंदिर की भव्य प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौजूद रहेंगे। वहीं, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस समारोह में शामिल होंगे। दूसरी ओर विपक्ष के भी तमाम नेताओं को निमंत्रण भेजा गया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी और लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी को अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए को व्यक्तिगत रूप से निमंत्रण भेजा गया था। प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए पूर्व प्रधानमंत्रियों मनमोहन सिंह और एचडी देवेगौड़ा को भी न्योता मिला।
इन नेताओं ने न्योते को नकारा
- ‘इंडिया’ के कई नेताओं ने घोषणा कि है कि वो कार्यक्रम का हिस्सा नहीं बनेंगे। कांग्रेस ने घोषणा कि वह इस समारोह का हिस्सा नहीं होगी। पार्टी के नेता जयराम रमेश ने एक बयान में कहा कि यह कार्यक्रम भाजपा और संघ का है। यहां आधे-अधूरे मंदिर का उद्घाटन किया जा रहा है।
- सपा प्रमुख अखिलेश यादव समारोह का हिस्सा नहीं होंगे।
- इससे पहले सीपीआईएम के महासचिव सीताराम येचुरी ने अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन में शामिल होने का निमंत्रण ठुकरा दिया था। पार्टी ने कहा कि वे धार्मिक कार्यक्रम के राजनीतिकरण के विरोध में समारोह में शामिल नहीं होंगे।
- इसके अलावा पूर्व कांग्रेस नेता और राज्यसभा संसद कपिल सिब्बल भी शामिल नहीं होंगे। तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी कार्यक्रम में शिरकत नहीं करेंगी।
- उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना भी समारोह में शिरकत नहीं करेगी।
- वीएचपी ने राजद में लालू प्रसाद यादव को निमंत्रण दिया था जिसे ठुकरा दिया गया।
कौन-कौन कार्यक्रम में आएगा?
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस समारोह में शामिल होंगे।
- जब 22 जनवरी को रामलला अपने गर्भ गृह में विराजमान होंगे, तब इस मौके पर आयोजित समारोह में अयोध्या में राम मंदिर के लिए आंदोलन में सबसे आगे रहने वाले भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी भी शामिल होंगे।
- भाजपा के दिग्गज नेता डॉ. मुरली मनोहर जोशी कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। उन्हें पहले ही आमंत्रण पत्र भेज दिया गया था।
- हिमाचल में कांग्रेस सरकार के मंत्री विक्रमादित्य सिंह 22 जनवरी को अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होंगे। विक्रमादित्य ने कहा, ‘यह कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है। ‘देव समाज’ में विश्वास रखने वाले एक हिंदू के रूप में यह उनकी जिम्मेदारी है कि वह इस अवसर पर उपस्थित रहें।’