यूपी का सबसे बड़ा निवेश अयोध्या में होने जा रहा है। ब्रिटेन की बड़ी कंपनी ट्राफलगर स्कवायर कैपिटल अयोध्या में डिफेंस विनिर्माण की इकाइयां लगाएगी। इसके लिए कंपनी ने पांच एमओयू किए हैं। कुल निवेश 75000 करोड़ रुपये का होगा। ये देश में किसी एक जिले में एक साथ होने वाला सबसे बड़ा निवेश है।
प्रदेश में एफडीआई (प्रत्यक्ष विदेशी निवेश) नीति के तहत पांच बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियों ने दिलचस्पी दिखाई है। इनमें हांगकांग की कंपनी टौशैन इंटरनेशनल ग्रुप, आरजी ग्रुप, आस्टिन कंसल्टिंग ग्रुप, कॉसिस ग्रुप, इंडो यूरोपियन चैम्बर आफ स्माल एंड मीडियम इंटरप्राइजेज, ब्रिटेन की ट्राफलगर स्कवायर कैपिटल ग्रुप, एबीसी क्लीनटेक, यूनीकार्न एनर्जी जर्मनी आदि हैं |
इनमें से ब्रिटेन की ट्राफलगर स्कवायर ने पांच और जर्मनी की यूनीकार्न एनर्जी ने दो एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं। ट्राफलगर स्कवायर यहां डिफेंस विनिर्माण इकाइयां लगाएंगी। इन पर 75 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। खास बात ये है कि समूह ने निवेश के लिए अयोध्या का चुनाव किया है। इस निवेश के साथ कम से कम 26 हजार नए रोजगार पैदा होंगे।
डिफेंस क्षेत्र में निवेश डिफेंस कारीडोर के बाहर किया जा रहा है। एक जिले में 75 हजार करोड़ का निवेश संभवत: देश के किसी एक जिले में होने वाला सबसे बड़ा निवेश होगा। जर्मनी की यूनीकार्न एनर्जी दो प्रोजेक्ट के जरिये लखनऊ और जौनपुर में प्रवेश करेगी। दोनों प्रोजेक्ट में करीब 42 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा।
ये दोनों प्रोजेक्ट सौर ऊर्जा क्षेत्र के होंगे। इनमें लगभग 2200 लोगों को रोजगार मिलेगा। जीएमआर समूह ने भी सौर ऊर्जा मे निवेश के लिए 40 हजार करोड़ रुपये का एमओयू फाइनल किया है। अभी जगह का चुनाव नहीं किया गया है।
आदित्य बिड़ला ग्रुप ने 25 हजार करो़ड़ रुपये का नया एमओयू किया है। समूह प्रदेश में टेक्सटाइल और रेडीमेड की बड़ी इकाई लगाएगा। हिंदुजा समूह ने अशोक लीलैंड के ईवी वाहन का समझौता फाइनल करने के बाद फिल्म, मीडिया और सौर ऊर्जा क्षेत्र में भी 25 हजार करोड़ का निवेश किया है।
अभी दोनों ही कंपनियों ने जगह का चुनाव नहीं किया है। नेशनल थर्मल पावर कारपोरेशन ने सौर ऊर्जा और ऊर्जा क्षेत्र में 6 एमओयू किए हैं। कारपोरेशन 74 हजार करोड़ से झांसी, सोनभद्र और प्रयागराज में प्लांट लगाएगा।