लुधियाना (Ludhiana) में गुरुवार को हुए बम धमाके में गैंगस्टर हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा सिंह (Harvinder Singh aka Rinda Singh) का नाम सामने आया था. खबर है कि हमले का मास्टरमाइंड बताया जा रहा रिंदा पाकिस्तान (Pakistan) में है. इसके अलावा शुक्रवार को नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) और पुलिस ने हमले में एकमात्र मारे गए शख्स गगनदीप सिंह के खन्ना स्थित घर की तलाशी ली. इससे पहले पुलिस सूत्रों ने आशंका जताई थी कि मारे गए एकमात्र शख्स के तार बम धमाके से जुड़े हो सकते हैं.
पुलिस ने गगनदीप के घर पर देर रात तक तलाशी ली. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस गगनदीप के भाई को अपने साथ लेकर गई है. साथ ही घर से एक लैपटॉप, मोबाइल और नगदी बरामद हुई है. सूत्रों के मुताबिक, गगनदीप पूर्व हेड कॉन्स्टेबल था, जिसे 2019 में बर्खास्त कर दिया गया था. उन्होंने बताया कि ड्रग्स के तार जुड़ने के आरोप में उसे जेल भी हुई थी. वह पंजाब के खन्ना जिले के जीटीबी नगर का रहने वाला था और सेवा के दौरान उसकी तैनाती सदर खन्ना पुलिस स्टेशन में हुई थी.
बब्बर खालसा ने कराया धमाका!
CNN-News18 को शीर्ष खुफिया सूत्रों से जानकारी मिली है कि गुरुवार को लुधियाना में हुए बम धमाके के पीछे अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठन बब्बर खालसा का हाथ है. उन्होंने बताया है कि संगठन के मुखिया वाधवा सिंह ने स्थानीय अपराधी रिंदा के जरिए इसे अंजाम दिया था. सूत्रों के अनुसार, रिंदा कुछ सालों पहले पाकिस्तान भाग गया था. कथित रूप से उसने पंजाब में इस धमाके लिए कुछ गैंगस्टरों को सक्रिय किया था.
बब्बर खालसा का सबसे बड़ा मकसद एक आजाद सिख देश ‘खालिस्तान’ तैयार करना है. यह कनाडा, जर्मनी, ब्रिटेन और भारत के कुछ हिस्सों में सक्रिय है. सूत्रों ने बताया है कि पंजाब पुलिस और केंद्रीय एजेंसियां हमले के कई पहलुओं की जांच कर रही हैं. वे उस खुफिया जानकारी पर भी जांच कर रही हैं, जिसमें कहा गया था कि लाहौर के खालीस्तानी समूह ने लुधियाना में स्थानीय अपराधियों की मदद से ब्लास्ट कराया था.
पंजाब डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय शनिवार को दोपहर 12 बजे पुलिस मुख्यालय में बम धमाके को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. घटना के बाद उन्होंने एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई थी. जहां पुलिस अधिकारियों को संवेदनशील इलाकों में निगरानी रखने और नाका पर ज्यादा से ज्यादा पुलिस बल की तैनाती के आदेश दिए गए थे. बैठक में उन्होंने अधिकारियों को दिन-रात गश्त, बाजार, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन जैसे भीड़भाड़ वाले इलाकों में स्पॉट चैकिंग के आदेश दिए थे.
गुरुवार को कोर्ट भवन में हुए धमाके में 1 की मौत हो गई थी. वहीं, 6 लोग घायल हो गए थे. शनिवार को समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में लुधियाना पुलिस आयुक्त गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया, ‘धमाका 23 दिसंबर को 12.22 बजे हुए… शुरुआती जांच से पता चला है कि ब्लास्ट में मारा गया शख्स हैंडलर/अपराधी था.’