ऑपरेशन कावेरी के तहत भारतीयों का 13वां जत्था सूडान से सऊदी के शहर जेद्दाह के लिए रवाना हो गया है। इस जत्थे में 300 यात्री शामिल हैं। इसकी जानकारी देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया कि करीब 2400 भारतीयों को निकाला गया! आईएनएस सुमेधा पोर्ट सूडान से 300 यात्रियों के साथ जेद्दा के लिए रवाना हुआ। भारतीयों के 13वें बैच को ऑपरेशन कावेरी के तहत निकाला गया।
अंधेरी रात में टूटी-फूटी हवाईपट्टी पर उतारा हरक्यूलिस विमान
गृह युद्ध से जूझ रहे अफ्रीकी देश सूडान में भारतीय वायुसेना ने एक हैरतअंगेज और साहसिक अभियान में एक गर्भवती समेत सैकड़ों भारतीयों को सुरक्षित निकाला है। वायुसेना के जांबाज पायलटों ने रात के अंधेरे में एक टूटी-फूटी छोटी सी हवाईपट्टी पर हरक्यूलिस ट्रांसपोर्ट विमान को नाइट विजन गॉगल्स के सहारे उतारकर इस अभियान को अंजाम दिया।
भारतीय वायुसेना ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर बताया कि 27/28 अप्रैल की रात को चलाए गए इस अभियान में वायुसेना के चालक दल ने सी-130जे विमान को खार्तूम से करीब 40 किलोमीटर दूर उत्तर में वाडी सैयदना में सेना के एयरपोर्ट पर उतारा। एयरपोर्ट के रनवे पर न कोई नेविगेशन की सुविधा थी और न ही लैंडिंग के लिए जरूरी लाइट की व्यवस्था। विमान में ईंधन भरने के लिए भी कोई इंतजाम नहीं था।
इनफ्रा रेड सेंसर का किया उपयोग
बचाव कार्य के दौरान वायुसेना के पायलटों ने नाइट विजन गॉगल्स का इस्तेमाल किया। हवआईपट्टी के निकट आने पर पायलट ने अपने इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल/इन्फ्रा रेड सेंसर का उपयोग कर यह सुनिश्चित किया कि रनवे पर कोई अवरोध नहीं है और उसके आसपास किसी तरह का खतरा नहीं है।
भारतीय रक्षा अटैची ने काफिले का नेतृत्व किया
बयान के मुताबिक इन लोगों के पास सूडान पोर्ट तक पहुंचने का कोई साधन नहीं था, जहां से नौसेना के जहाज से लोगों को सऊदी अरब के जेद्दा पोर्ट लाया जा रहा है। वाडी सैयदना आने वाले काफिले का नेतृत्व भारतीय रक्षा मंत्रालय से संबद्ध अधिकारी (अटैची) कर रहे थे जो हवाईपट्टी पर पहुंचने तक भारतीय वायुसेना के अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में थे। इन लोगों में एक गर्भवती महिला के साथ कुछ ऐसे लोग भी थे जिन्हें तत्काल चिकित्सकीय मदद की जरूरत थी।
विमान का इंजन चालू रखा
लैंडिंग के बाद भी पायलट ने विमान के इंजन को चालू रखा। वायु सेना के आठ कमांडो ने नीचे उतरकर मोर्चा संभाला और लोगों को विमान में चढ़ान से लेकर उनके सामान को भी सुरक्षित लोड किया। इसके बाद जिस तरह से विमान को उतारा गया था, उसी तरह नाइट विजन गॉगल्स का इस्तेमाल करते हुए उसे वहां से उड़ाया भी गया।
इतिहास में दर्ज हुआ अभियान
वाडी सैयदना और जेद्दा के बीच लगभग ढाई घंटे का यह ऑपरेशन भारतीय वायुसेना के इतिहास में अपने दुस्साहस और चूक रहित अंजाम के लिए जाना जाएगा। कुछ ऐसा ही अभियान वायुसेना ने अफगानिस्तान से भी भारतीयों को सुरक्षित निकालने के लिए चलाया था। सूडान में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए ऑपरेशन कावेरी चलाया गया है। इसमें नौसेना के जहाज आईएनएस सुमेधा, तेग, तरकश और वायुसेना के परिवहन विमान सी-130जे को लगाया गया है।
135 भारतीय निकासी के बाद मुरलीधरन सूडान से जेद्दा पहुंचे
संकटग्रस्त सूडान से 135 फंसे हुए भारतीयों को लेकर भारतीय वायु सेना की सी-130जे फ्लाइट का 12वां बैच जेद्दा पहुंच गया है। विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने बताया कि ‘ऑपरेशन कावेरी’ के तहत अब तक 2100 फंसे हुए भारतीय जेद्दा पहुंचे हैं। मुरलीधरन ने ट्वीट किया, “हाउ द जोश”? ऑपरेशन कावेरी 135 और भारतीय IAF C-130J से जेद्दा पहुंचे। इस 12वें बैच के साथ, कुल मिलाकर लगभग 2100 भारतीय जेद्दा पहुंचे। हमारा प्रयास जारी रहेगा।
इंडिगो ‘ऑपरेशन कावेरी’ में शामिल, 231 भारतीय नई दिल्ली जाने वाली फ्लाइट से जेद्दा से रवाना
केंद्र सरकार के ऑपरेशन कावेरी के तहत चल रहे प्रत्यावर्तन प्रयासों को और बढ़ावा देने के लिए, भारतीय वाहक इंडिगो मिशन में शामिल हो गया और 231 फंसे हुए भारतीयों ने जेद्दाह से उड़ान भरी। विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने ट्वीट किया, इंडिगो ऑपरेशन कावेरी में शामिल हुआ। 231 भारतीय जेद्दा से नई दिल्ली के लिए एक उड़ान में। इस 5वीं आउटबाउंड उड़ान के साथ, लगभग 1600 भारत के लिए पहुंचे या हवाई यात्रा की। शुभ यात्रा। हमारा मिशन जारी है।